तंत्र सूत्र—विधि -56 (ओशो)
आत्म-स्मरण की चौथी विधि— ‘’भ्रांतियां छलती है, रंग सीमित करते है, विभाज्य भी अविभाज्य है।‘’ यह एक दुर्लभ विधि है। जिसका प्रयोग बहुत कम हुआ है। लेकिन भारत के एक महानतम शिक्षक शंकराचार्य ने इस विधि का प्रयोग किया है। शंकर ने तो अपना पूरा दर्शन ही इस विधि के आधार पर खड़ा किया है। … Read more