संभोग से समाधि की ओर—34 (ओशो)
जनसंख्या विस्फोट कुछ प्रश्न उठाये जाते है। यहां उनके उत्तर देना पसंद करूंगा:– एक मित्र ने पूछा है कि अगर यह बात समझायी जाये तो जो समझदार है, बुद्धिजीवी है, इंटेलिजेन्सिया है, मुल्क का जो अभिजात वर्ग है, बुद्धिमान और समझदार है, वह तो संतति नियमन कर लेगा, परिवार नियोजन कर लेगा। लेकिन जो गरीब […]